सन 1669 की किसान-क्रांति के यौद्धेयों को सर्वखाप ने दी श्रद्धांजलि व् दोहराया किसान आंदोलन सम्पूर्ण समर्थन का संकल्प!

सन 1669 की किसान-क्रांति के यौद्धेयों को सर्वखाप ने दी श्रद्धांजलि व् दोहराया किसान आंदोलन सम्पूर्ण समर्थन का संकल्प: रोहतक: आज दिनांक 1 जनवरी 2021 को जाट भवन रोहतक में खापलैंड.इन​ (khapland.in) द्वारा सर्वखाप...

​सर्वखाप ने किया किसान आंदोलन का पूर्ण समर्थन, सुनिश्चित करेंगी आंदोलन के जत्थों में दिल्ली-हरयाणा में आई बहन-बेटियों की इज्जत-अफजाही व् सुरक्षा की हर सुविधा!

​सर्वखाप ने किया किसान आंदोलन का पूर्ण समर्थन, सुनिश्चित करेंगी आंदोलन के जत्थों में दिल्ली-हरयाणा में आई बहन-बेटियों की इज्जत-अफजाही व् सुरक्षा की हर सुविधा: रोहतक: आज जाट भवन रोहतक में खापलैंड.इन​ (khapland.in)​ के श्री...

GST and Farming

GST और किसान दोनों से संबंधित नॉलेज की चैरिटी का वक्त आन पहुंचा है!

GST और किसान दोनों से संबंधित नॉलेज की चैरिटी का वक्त आन पहुंचा है: GST से व्यापारी को ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला, क्योंकि जो बढ़ा है वो उसको ग्राहक के ही पल्ले डालेगा|...

कहाँ से और कैसे पाड़ लगी हुई है किसान के घर की शांति और नेक कमाई में!

कहाँ से और कैसे पाड़ लगी हुई है किसान के घर की शांति और नेक कमाई में! मेरे चचेरे पड़दादा होते थे| वो महीने-दो महीने में हमारे ठोले (बड़ा परवार, यानि एक ही वंशबेल...

भारत में जमींदारी और उसके मुख्य प्रकार!

भारत में जमींदारी और उसके मुख्य प्रकार: 1) सामंती (Feudal) जमींदारी: परिभाषा: दिहाड़ी मजदूर काम करते हैं, खेत का मालिक सिर्फ ऑर्डर्स पास करता है| नौकर-मालिक का रिश्ता होता है| बंधुआ करार से ले...

यह गहनता से समझने की बात है कि भारत में दो तरह की जमींदारियां होती आई हैं!

यह गहनता से समझने की बात है कि भारत में दो तरह की जमींदारियां होती आई हैं!   एक सामंती जमींदारी और दूसरी मेहनती जमींदारी| सामंती जमींदारी यानी जो खुद खेत में काम नहीं...

बीसवीं सदी में खापतंत्र का फॉल-डाउन कहाँ से और कैसे शुरू हुआ?

बीसवीं सदी में खापतंत्र का फॉल-डाउन कहाँ से और कैसे शुरू हुआ?: आज निर्भया का टॉपिक सुप्रीम कोर्ट द्वारा उसके अपराधियों को फांसी देने की वजह फिर से गर्म है और जगह-जगह से बातें...

हिंदुइज्म की खाप व्यवस्था को ईसाई धर्म की प्रोटोस्टेंट लाइन के समक्ष रखा जा सकता है!

क्रिश्चियनिटी में तीन मुख्या धाराएं हैं या कहिये धड़े हैं| एक रोमन कैथोलिक, दूजा ऑर्थोडॉक्स व् तीसरा प्रोटोस्टेंट|   रोमन कैथोलिक क्रिस्चियन चर्च के वेग को फॉलो करते हैं| हिंदुइज्म की सनातनी परम्परा को...