बढती यौन-अपराध वृति इस जिहाद की सफलता

एक निचोड़ की बात उभरती हैः वर्ष 1947 में हासिल आजादी के बाद की पांच दशकों की काल अवधि में तीब्रता से खड़े हुए मिथकों की बदौलत राजनीतिक दल/नेताओं, अखबारों/मीडिया, पढे-लिखों व ग्रामीण क्षेत्र...

भारत में जमींदारी और उसके मुख्य प्रकार!

भारत में जमींदारी और उसके मुख्य प्रकार: 1) सामंती (Feudal) जमींदारी: परिभाषा: दिहाड़ी मजदूर काम करते हैं, खेत का मालिक सिर्फ ऑर्डर्स पास करता है| नौकर-मालिक का रिश्ता होता है| बंधुआ करार से ले...

यह गहनता से समझने की बात है कि भारत में दो तरह की जमींदारियां होती आई हैं!

यह गहनता से समझने की बात है कि भारत में दो तरह की जमींदारियां होती आई हैं!   एक सामंती जमींदारी और दूसरी मेहनती जमींदारी| सामंती जमींदारी यानी जो खुद खेत में काम नहीं...

बीसवीं सदी में खापतंत्र का फॉल-डाउन कहाँ से और कैसे शुरू हुआ?

बीसवीं सदी में खापतंत्र का फॉल-डाउन कहाँ से और कैसे शुरू हुआ?: आज निर्भया का टॉपिक सुप्रीम कोर्ट द्वारा उसके अपराधियों को फांसी देने की वजह फिर से गर्म है और जगह-जगह से बातें...

सवाल खाप का

सवाल खाप का हमें यहाँ (भारत मैं) एक ऐसा वर्ग खड़ा करने में वह सब करना चाहिए जिसे कर सकते हों, जो हमारे और उन करोड़ो लोगों के बीच दुभाषिया का काम करेंगे जिन...

हिंदुइज्म की खाप व्यवस्था को ईसाई धर्म की प्रोटोस्टेंट लाइन के समक्ष रखा जा सकता है!

क्रिश्चियनिटी में तीन मुख्या धाराएं हैं या कहिये धड़े हैं| एक रोमन कैथोलिक, दूजा ऑर्थोडॉक्स व् तीसरा प्रोटोस्टेंट|   रोमन कैथोलिक क्रिस्चियन चर्च के वेग को फॉलो करते हैं| हिंदुइज्म की सनातनी परम्परा को...

दीन बन्धु राव बहादुर सर छोटूराम

दीन बन्धु राव बहादुर सर छोटूराम के कुछ महत्व पूर्ण कार्य जो उन्होंने किसानो के हित में किये । १. साहूकार पंजीकरण एक्ट – 1938 यह कानून 2 सितंबर 1938 को प्रभावी हुआ था...